रश्मि सिंह|Paytm Crisis: कुछ साल पहले ही की बात है जब पीएम मोदी ने डिजिटल इंडिया को शुरु करने को कहा था। ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट्स करने को कहा था। इसके बाद से कई डिजिटल पेमेंट्स ऐप आने लागे, Paytm, G-pay और Phone Pay जैसे ऐप ऑनलाइन पैसे का लेन देन कराने लगे। इन सब में से सबसे ज्यादा लोग Paytm का उपयोग ज्यादा करते थे। लोगों के जुबान पर बस एक ही नाम चढ़ने लगा था वो है Paytm karo…
अब ऐसा क्या हुआ कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने Paytm पर सख्त पाबंदी लगा दी है। इसके बाद से ही लोग काफी चिंतित है। पेटीएम यूज करने वाले ग्राहकों को जर है कि कहीं उनका पैसा डूब न जाए। अब सबका एक ही सवाल है किक्या पेटीएम ऐप काम करना बंद कर देगा?
RBI ने पेटीएम पर क्या रोक लगाई ?
आपको बता दें कि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर रोक लगा दी है। RBI ने पेटीएम पर गलत तरीके से लेनदेन के चलते सख्त पाबंदियां लगाई है। 31 जनवरी को आरबीआई ने अपने आदेश में कहा- 11 मार्च 2022 को बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के 35 ए नियम के तहत पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए ग्राहक न जोड़ने के निर्देश दिए गए थे। रिपोर्ट की माने तो अब पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहक 29 फरवरी के बाद सेविंग-करंट अकाउंट, वॉलेट और फास्टैंग में बैलेंस जमा नहीं कर सकेंगे। 15 मार्च तक पेटीएम को अपने नोडल अकाउंट सेटल करने होंगे।
अगर आसान भाषा में समझे तो 29 फरवरी तक ग्राहक पेटीएम बैंक के जरिए सभी तरह के लेनदेन कर सकते है। 29 फरवरी के बाद उन्हें पेटीएम खाते में नया पैसा जमा या टॉपअप करने की अनुमति नहीं है। हालांकि 29 फरवरी तक किसी भी माध्यम से जमा किए गए पैसा का इस्तेमाल ग्राहक आगे कभी भी कर सकते है जब तक उनके खाते में बैलेंस है।
RBI ने साफ निर्देश दिए है कि पेटीएम को अपने ग्राहकों को पैसा निकालने और इस्तेमाल करने की पूरी सुविधा देनी होगी। ये सुविधा उन ग्राहकों के लिए भी है कि जिनके पास पेटीएम का सेविंग्स, करंट या प्रीपेड अकाउंट है या फास्टैग का इस्तेमाल करते है। इसमें नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड भी शामिल है। इस कार्ड का इस्तेमाल यात्रा के किराये या टोल टैक्स के भुगतान के लिए किया जाता है।
RBI ने Paytm पर क्यों लगाई पाबंदी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, आरबीआई ने पेटीएम वॉलेट और उसके बैंक के बीच करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेनदेन के कारण ये पाबंदी लगाई है। आरोप है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में लाखों खाते बिना KYC नियमों का पालन किए खोले गए। इन खातों के जरिए करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ जो प्रीपेड इमस्टूमेंट की तय लिमिट से काफी ज्यादा है। इस कारण मनी लॉन्ड्रिंग का शक हो रहा है।
आपको बता दें कि, पेटीएम वॉलेट के करीब 3.3 करोड़ ग्राहकों ने दिसंबर 2023 तक 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा के 24.72 करोड़ ट्रांजेक्शन किए। ये लेनदेन सामान या सेवाओं की खरीद बिक्री के लिए हुए है। वहीं 2.07 करोड़ ट्रांजेक्शन पैसे ट्रांसफर करने के लिए हुए, ये कुल 5900 करोड़ रुपये से ज्यादा के है।