लखनऊ : 10 अगस्त को रूस के दौरे पर गए उत्तर-प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को वापस स्वदेश आ गए। रूस से वापस लौटने के बाद आज बुधवार को सीएम योगी ने प्रेस वार्ता कर रूस के साथ हुए अहम् समझौतों की जानकारी दी। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल निर्देशन और मार्ग दर्शन में 11 से 13 अगस्त के बीच में भारत के 1 बड़े प्रतिनिधिमंडल को सुदूर पूर्वी रूस का दौरा करने का अवसर प्राप्त हुआ। आप सब जानते हैं कि भौगोलिक दृष्टि से रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है और आबादी के हिसाब से देखेंगे तो कुल 15 करोड़ की आबादी रूस में है।
उन्होंने कहा कि वहां निवेश की अपार संभावनाएं उपलब्ध हैं। रूस में प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं। जहां हम लोग गए थे वहां कृषि योग्य काफी जमीन है, लेकिन वे उसका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। क्योंकि उनके पास लोग और तकनीक नहीं है। तो स्वाभाविक रूप से भारत इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकता है। योगी ने बताया कि रूस गए इस प्रतिनिधिमंडल का नेत्रत्व केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने किया। इस प्रतिनिधिमंडल में चार मुख्यमंत्री भी शामिल थे। हमारे साथ 145 उद्यमी और निवेशक वहां गए थे। कुल 190 लोगों का प्रतिनिधिमंडल वहां गया था। यह अब तक का भारत का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल था जो किसी भी देश में निवेश और व्यापार की संभावना को तलाशने के लिए गया था।
उन्होंने कहा कि जिस पूर्वी क्षेत्र में हमारा प्रतिनिधि मंडल वहां गया था वह रूस का 35% क्षेत्रफल है, लेकिन अगर आबादी के हिसाब से देखें कुल 5% हिस्सा ही वहां क्षेत्र में निवास करता है। उस क्षेत्र में निवेश की संभावना है। भारत और रूस के जो संबंध हैं, जिन्हें आज प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के आपसी महत्वपूर्ण संबंधों के कारण एक नई ऊंचाई प्राप्त हुई है। उस दृष्टि से भारत और रूस के इन संबंधों को हम निवेश और व्यापर के माध्यम से मजबूत करेंगे।