Israel-Hamas War News : आज का दिन दुनिया भर के लिए काफी ख़ुशी का दिन है। आज आखिरकार 15 महीने से जारी इजरायल और हमास (Israel-Hamas) के बीच भयंकर युद्ध के विराम की घोषणा की गई है। इजरायल और हमास के लोग ख़ुशी से नाच-गा रहे हैं। 15 महीने तक हुए कत्लेआम से गाजा की धरती खून से लाल हो चुकी है। लेकिन अब दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन चुकी है। इस बात की जानकारी खुद उस व्यक्ति ने दी, जिसकी वजह से यह युद्ध खत्म हो पाया।
इजरायल और हमास ने किस पर जताया भरोसा?
गौरतलब हो कि दोनों देशों के बीच चल रहे भयंकर युद्ध को रोकने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका कतर के प्रधानमंत्री ने निभाई है। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी (Sheikh Mohammed bin Abdulrahman Al Thani) के कारण इस भयंकर युद्ध विराम लगा। इनकी बात खुद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी नहीं टाल पाए। हमास ने भी कतर के प्रधानमंत्री पर काफी भरोसा दिखाया है। जिसकी वजह से महीनों से चल रहे इस युद्ध का खात्मा हुआ। कतर के पीएम की वजह से ही इजरायल और हमास दोहा में मीटिंग करते रहे। जिसमें आखिरकार सफलता मिली और युद्ध का अंत हो गया।
कब से लागू होगा सीजफायर?
कतर के प्रधानमंत्री की तरफ से 15 महीने से जारी युद्ध को खत्म करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि युद्ध विराम समझौता रविवार (19 जनवरी) से लागू होगा। इस पर खुद इजरायल और हमास ने भी कन्फर्म किया है। इजरायल और हमास के बीच हुए इस सीजफायर के तहत हमास की तरफ से बंधकों को रिहाई होगी। इसके अलावा इजरायल में सैकड़ों फिलीस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया जाएगा।
कई देशों ने युद्ध रुकवाने में निभाई भूमिका
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर समझौता कराने में कतर ने सबसे प्रमुख भूमिका निभाई है। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी (Sheikh Mohammed bin Abdulrahman Al Thani) ने इसके भी काफी कोशिश की है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और हमास को भी इस पर भरोसा है। हालांकि इस युद्ध को रुकवाने में भारत समेत कई अन्य देशों ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई है।