Train : Ticket दलालों की दलाली पर रखी जाएगी कड़ी नजर
नई दिल्ली : ट्रेन में सफर करने के लिए अक्सर कई बार टिकट (Ticket) मिलना बेहद मुशिकल हो जाता है लेकिन टिकट दिलाने वाले दलाल कैसे भी करके टिकट को कंफर्म (Confirm) कराके बड़ी असानी से दिला देते है। यह सवाल हर पैसेंजर के मन में होता है कि यह सब इतनी असानी से कैसे हो जाता है। महिनें बीत जाते है टिकट करवाने के बाद कंफर्म होने का इंतजार करना पड़ता है। अब ऐसा नहीं होगा इस समस्या को देखते हुए 65 रेल मंडलों( Railway boards) ने इस समस्या को दूर करने के लिए दलालों के खिलाफ अहम कदम उठाया है।
लेकिन दलाल टिकट दिलाने में सक्षम होते है
चाहे कोई त्योहार हो या फिर छुट्टियों का मौसम लेकिन टिकट मिलना बेहद मुश्किल होता है। लेकिन दलाल टिकट दिलाने में सक्षम होते है। इन्हीं दलालों पर रोक लगाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने नई रणनीति तैयार कि है। इसको ध्यान में रखते हुए देश के 65 रेल मंडल ट्रेनों की पैटर्न पर रिसर्च करेगी और टिकट बुक होने वाले डेटा पर अध्ययन करेगी।
दलालों के जरिए यात्रियों को टिकट दी जाती है
इनसे उन ट्रेनों की पहचान की जाएंगी जिनमें दलालों के जरिए यात्रियों को टिकट दी जाती है। ऐसे बुकिंग वाली टिकटों की जानकारी जुटाकर दलालों पर रोक लगाई जाएगी। जोधपुर में आरपीएफ के डायरेक्टर जनरल अरुण कुमार ने देश के सभी मुख्य सुरक्षा आयुक्त को रोडमैप भेजा है।
रेलवे की छवि खराब होती है यात्रियों को परेशानियां भी उठानी पड़ती है
टिकट दलालों से न केवल रेलवे की छवि खराब होती है बल्कि यात्रियों को परेशानियां भी उठानी पड़ती है। टिकट दलालों के इस जाल को तोड़ने के लिए आरपीएफ की साइबर (Cyber) सेल केंद्र में रखा गया है। इसके लिए अलग से साइबर सेल की टीम का गठन किया गया है। जो आईआरसीटीसी (IRCTC) के डेटा सेंटर से सीधे सम्पर्क करेगी । रेलवे मंडल अपने स्तर पर आरपीएफ,जीआरपी और स्थानीय पुलिस से मदद लेगी ।
साइबर सेल की मदद से बैकं खातों और कार्ड की जानकारी से कार्रवाई की जा सकेगी
आरपीएफ के ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 26 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच देशभर में 528 दलालों को पकड़कर उनसे 2800 टिकट बरामद किए थे। वहीं 2017 में 1261 दलालों को पड़कर कुल 11हजार 500 टिकट पकड़े थे। 2018 में 2391 दलालों को पकड़कर 78 हजार टिकट बरामद किए थे। साइबर सेल की मदद से बैकं खातों और कार्ड की जानकारी से कार्रवाई की जा सकेगी पकड़े जाने पर रेलवे कोर्ट में केस दर्ज किया जाएगा।