जनतंत्र डेस्क, बनारस: पीएम नरेंद्र मोदी ने भव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर दिया है। काशी विश्वनाथ के जीर्णोध्दार के प्रोजेक्ट की लागत 800 करोड़ रूपए है। साल 2019 में पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा स्नान से पहले पीएम ने काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की।
काशी विश्वनाथ दाम का जीर्णोध्दार करीब 250 सालों के बाद हुआ है। इस ऐतिहासिक मौके पर पीएम ने काशी के गौरवपूर्ण इतिहास को याद किया। पीएम मोदी ने शिवाजी और राजा सुहलदेव से लेकर होल्कर की महारानी अहिल्या और महाराजा रणजीत सिंह के योगदान को भी याद किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने श्रमिकों को भी याद किया। पीएम ने कहा, मैं उन सभी श्रमिक भाई-बहनों को भी याद करना चाहता हूं। जिन्होंने कोरोना के विपरित काल में भी काम नहीं रुकने दिया। मुझे श्रमिक साथियों का आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला। पीएम ने श्रमिकों के साथ खाना भी खाया।
कॉरिडोर बनने के बाद अब काशी विश्वनाथ मंदिर आने-वाले श्रद्धालुओं को गलियों और तंग संकरे रास्तों से नहीं गुजरना पड़ेगा। श्रद्धालु गंगा घाट से सीधे कॉरिडोर के रास्ते बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए जा सकते हैं।
पीएम ने देश भर से आए हुए 2500 संतो-महंतों, धर्माचार्यों, आध्यात्मिक गुरुओं और विशिष्ट लोगों को संबोधित किया। वहीं, करीब शाम 6 बजे मोदी गंगा आरती में शामिल होंगे।
काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है। काशी विश्वनाथ धाम करीब सवा 5 लाख स्क्वायर फीट में बना हुआ है। इस भव्य कॉरिडोर में छोटी-बड़ी 23 इमारतें और 27 मंदिर हैं।
काशी में पीएम मोदी ने पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह को भी याद किया। उन्होंने कहा, पंजाब से महाराजा रणजीत सिंह ने विश्वनाथ धाम के शिखर पर 23 मन सोना चढ़ाया था। पंजाब के लोगों ने काशी पुनर्निमाण के लिए दिल खोलकर दान दिया था।