नई दिल्ली: देश की विकास दर गिरने से मोदी सरकार को तगड़ा झटका लगा है। पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में विकास दर 5.8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी हो गई है। इसको लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने नई आर्थिक नीति पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि नई आर्थिक नीति के बिना 5 ट्रिलियन इकोनॉमी संभव नहीं है।
हर मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि केवल साहस या केवल ज्ञान से ही अर्थव्यवस्था को नहीं बचा सकते हैं। इसके लिए दोनों की जरूरत है।आज हमारे पास दोनों में से कोई भी नहीं है। उन्होंने कहा कि नई आर्थिक नीतिक के बिना 5 ट्रिलियन इकोनॉमी संभव नहीं है।
बता दें कि मोदी सरकार में किसी एक तिमाही में यह सबसे सुस्त रफ्तार है। करीब 7 साल पहले यूपीए सरकार में किसी एक तिमाही में जीडीपी के आंकड़े इस स्तर पर पहुंचे थे। वित्त वर्ष 2012-13 की पहली तिमाही में जीडीपी के आंकड़े 4.9 फीसदी के निचले स्तर पर थे।
सरकार ने आर्थिक सुस्ती को देखते हुए बड़ा फैसला किया है। सरकार ने देश में विश्वस्तरीय बैंक बनाने की दिशा में सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की है। सरकार ने ये फैसला आर्थिक सुस्ती को दूर करने और देश में विश्वस्तरीय बैंक बनाने की दिशा में लिया है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि आर्थिक वृद्धि को गति मिलने के साथ-साथ देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।