Hinjewadi bus fire incident: महाराष्ट्र के पुणे में हुई इस घटना ने हर किसी को झकझोंर के रख दिया है। यहां एक कंपनी के बस ड्राइवर की सैलरी कटने पर उसने खौफनाक बदला ले डाला। ड्राइवर ने गुस्से में चलती बस में आग लगा दी। जिस वक्त घटना को अंजाम दिया गया, उस दौरान बस में कंपनी के 12 कर्मचारी मौजूद थे। आग लगाने के बाद ड्राइवर और उसके साथ बैठे अन्य लोग बस से कूद गए। पीछे बैठे कंपनी के कर्मचारी फंस गए। इस घटना में 4 कर्मचारियों की जलकर मौत हो गई और 6 बुरी तरह झुलस गए।
आरोपी ड्राइवर हुआ गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल ये पूरा मामला बीते बुधवार, 19 मार्च का है। आरोपी ड्राइवर का नाम जनार्दन हंबार्डिकर है, वो पुणे के कोथरूड का रहने वाला है। आरोपी हिंजवडी स्थित ग्राफिक कंपनी के टेम्पो ट्रैवलर का ड्राइवर है। बुधवार की सुबह 8 बजे हिंजवडी स्थित विप्रो सर्किल फेज वन इलाके में एक टेंपो ट्रैवलर में आग लग गई। इस घटना पर पुलिस ने पहले अनुमान लगाया कि घटना शार्ट सर्किट की वजह से हुई।
आग कोई दुर्घटना नहीं
वहीं जब जांच हुई तो कुछ और ही पता चला कि दरअसल मिनी बस में लगी आग कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि ड्राइवर की सोची-समझी साजिश थी। ड्राइवर ने खुद बस में आग लगाई। पुलिस जांच में सामने आया है कि टैंपो ड्राइवर ने दिवाली बोनस कटने, वेतन में कटौती, कंपनी से पुरानी रंजिश और कर्मचारियों से नाराजगी के चलते यह खौफनाक कदम उठाया।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
पुलिस को शक तब हुआ जब आरोपी ड्राइवर मामूली रूप से घायल होने के बावजूद वह पुलिस को देख बार-बार बेहोश होने का नाटक करता रहा। यह मामला वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कन्हैया थोरात ने देखा तो संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की, तो वह घुमाफिरा कर जबाव दिया। जिससे पुलिस का सच यकीन में बदल गया। इस बीच, घटनास्थल के पास एक कंपनी के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया जिसमें साफ देखा गया कि ड्राइवर सीट के नीचे कुछ जला रहा था। इसके बाद पुलिस ने गहन पूछताछ की तो आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया।
केमिकल लाकर जलाई गाड़ी
आरोपी जनार्दन ने मंगलवार को अपनी कंपनी से एक लीटर बेंज़िम सॉल्यूशन नामक केमिकल लाकर गाड़ी में रख लिया। इसके अलावा सीट के नीचे कपड़े भी बिछाए थे।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक “आरोपी सुबह जब कर्मचारियों को लाने गया तो एक माचिस खरीदी। कर्मचारियों को ले जाते समय आरोपी ने फेज वन इलाके में पहुंचते ही उसने कपड़े के टुकड़ों में आग लगा दी। केमिकल की वजह से आग तेजी से फैली। वह खुद तो कूद गया लेकिन गाड़ी लॉक होने के कारण 4 कर्मचारियों की मौत हो गई।”
आरोपी ड्राइवर ने कबूला जुर्म
पुलिस ने गहन पूछताछ की तो आरोपी ने जुर्म कबूल किया। आरोपी ने बताया कि “उसके साथ कंपनी के अन्य कर्मचारियों ने अपमानजनक व्यवहार किया था। दो दिन पहले उसने डिब्बे से रोटी भी नहीं खाई थी। इसके अलावा दिवाली के दौरान वेतन भी काट लिया गया। आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने यह इसलिए किया, क्योंकि उसके मन में बहुत गुस्सा और आक्रोश था। वह गाड़ी में बैठे तीन लोगों से नाराज था। उसने उन्हें सबक सिखाने के लिए घटना को अंजाम दिया।”
मालिक ने जारी किया बयान
वहीं इस मामले में अब निजी बस कंपनी के मालिक का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि “मैं तो सदमें में हूं। मिनी बस ड्राइवर का वेतन बकाया नहीं है। पुलिस का कहना है कि “गनीमत रही कि घटना में तीन कर्मचारी बच गए। इस घटना में चार लोग मारे गए, जिनका इस सब से कोई लेना-देना नहीं था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है। इस घटना ने पुणे की आईटी सेक्टर में हड़कंप मचा दिया है, साथ ही कर्मचारियों ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।”