Manipur News : मणिपुर में सरकार बनाने की कवायद एक बार फिर तेज हो गई है। भाजपा नेता राधेश्याम सिंह ने बुधवार, 28 मई को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। सोमवार को भाजपा नेता ने नौ अन्य विधायकों के साथ राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन अब खत्म!
बीजेपी नेता राधेश्याम सिंह ने कहा कि, “44 विधायक जनता की इच्छा के अनुसार सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने इस बात की जानकारी राज्यपाल को दे दी है। हम सभी ने इस मुद्दे के समाधान पर भी चर्चा की है। जनता की इच्छा के अनुसार हम 44 विधायक के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “राज्यपाल ने हमारी बातों पर गौर किया और लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई शुरू करेंगे।”
भाजपा ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
राधेश्याम सिंह ने आगे कहा कि “यह बताना कि हम तैयार, सराकर बनाने का दावा पेश करने जैसा ही होता है। वहीं है. विधानसभा अध्यक्ष सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की। इनमें से किसी ने भी नई सरकार के गठन का विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा, “लोगों को काफी ज्यादा कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कार्यकाल में कोरोना के चलते दो साल बर्बाद हो गए थे”।
मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर विवाद
बीजेपी नेता एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है। बता दें कि मई 2023 में मेइती और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा को लेकर कांग्रेस ने एन बीरेन सिंह की सरकार पर जमकर निशाना साधा था। मणिपुर में 60 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 59 विधायक हैं। एक सीट विधायक के निधन का कारण खाली है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में कुल मिलाकर 44 विधायक हैं। जिसमें 32 मेइती, तीन मणिपुरी मुस्लिम और नौ नगा विधायक हैं।