Kantara Chapter 1 एक भारतीय कन्नड़ फिल्म है, जो 2022 में आई सुपरहिट Kantara का प्रीक्वल है। इस फिल्म का निर्देशन फिर से ऋषभ शेट्टी ने किया है, जिन्होंने पहले भाग में भी निर्देशक और अभिनेता दोनों की भूमिका निभाई थी। Kantara Chapter 1 की कहानी पहले भाग की घटनाओं से बहुत पहले की है, और यह उस लोककथा की जड़ों तक जाती है, जहां से ‘देवता’ और ‘भूमि’ के बीच का रहस्यमय संबंध शुरू हुआ था। फिल्म में धार्मिक आस्था, परंपराओं और मनुष्य-प्रकृति के बीच के गहरे रिश्ते को एक बार फिर से भव्य तरीके से दिखाया गया है।
फिल्म की कहानी 13वीं सदी के आसपास की है, जब कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में देवता की आराधना और भूमि के अधिकार के बीच संघर्ष की शुरुआत होती है। यहां एक राजा अपनी प्रजा को सुखी देखने के लिए अपने राज्य की सबसे उपजाऊ भूमि एक देवता को समर्पित कर देता है। लेकिन आने वाली पीढ़ियों में जब लालच और सत्ता की भूख बढ़ती है, तो उसी भूमि को लेकर टकराव शुरू हो जाता है। यह टकराव ही भविष्य में Kantara के पहले भाग की पृष्ठभूमि बनाता है।
ऋषभ शेट्टी ने इस बार कहानी को और भी अधिक आध्यात्मिक और पौराणिक रंगों में रंगा है। फिल्म में देव और दैत्य के बीच का संघर्ष केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से भी दर्शकों को छूता है। इसमें लोककला, नृत्य, जंगल, और ध्वनि का अद्भुत संयोजन देखने को मिलता है, जो फिल्म को एक रहस्यमय अनुभव बनाता है। सिनेमैटोग्राफी और बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म की आत्मा को और गहराई देता है।
फिल्म का मुख्य आकर्षण फिर से ऋषभ शेट्टी का दमदार अभिनय और उनकी रहस्यमयी उपस्थिति है। उन्होंने इस बार अपने किरदार को और ज्यादा गहराई और भावनाओं से जोड़ा है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे विश्वास, आस्था और परंपरा इंसान को प्रकृति से जोड़ती है और किस तरह जब यह संतुलन टूटता है, तो विनाश अवश्यंभावी हो जाता है।
कंतारा चैप्टर 1 सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और लोककथाओं की आत्मा को छूने वाला अनुभव है। यह फिल्म दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करती है कि आधुनिकता की दौड़ में हम अपनी जड़ों से कितने दूर हो गए हैं। अपने विजुअल्स, संगीत और कहानी कहने की शैली से यह फिल्म भारतीय सिनेमा के लिए एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हो रही है।