नई दिल्ली : देश भर में आज आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। 74वें स्वतंत्रता दिवस (74th Independence Day 2020) के अवसर पर आज पीएम मोदी ने लाल किले के प्राचीर से झंडा फहराया। ये 7वां मौका है, जब पीएम मोदी (PM Modi) ने लाल किले (Red Fort Delhi) के प्राचीर से झंडा फहराया। झंडारोहण के बाद पीएम मोदी देश को संबोधित कर रहे हैं। अपने पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जहां देश की आजादी के लिए लड़ी गई लड़ाई का जिक्र किया, वही कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थितियों और केंद्र व राज्य सरकारों के प्रयासों का भी जिक्र किया।
74th Independence Day 2020 : आत्मनिर्भर भारत पर पीएम का जोर
आज पीएम मोदी का संबोधन आत्मनिर्भर भारत पर केंद्रित रहा। आत्मनिर्भर भारत पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, फिनिश्ड प्रोडक्ट बनकर भारत में लौटता रहेगा। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के किसान सिर्फ देश के लोगों का पेट नहीं भरते, बल्कि दुनिया में जहां लोगों को जरूरत होती है, वहां के लोगों का भी पेट भरते हैं। आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ इंपोर्ट को कम करना ही नहीं है, बल्कि हमारे सामर्थ्य के आधार पर अपने कौशल को बढ़ाना है। आत्मनिर्भर भारत में कई चुनौतियां होंगी, लेकिन अगर ये चुनौतियां हैं तो देश के पास करोड़ों समाधान देने वाली शक्ति भी है।
बड़ी-बड़ी कंपनियां कर रही हैं भारत का : रुख पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं। हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉर वर्ल्ड के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है। इस शक्ति को, इन रिफॉर्म्स और उससे निकले परिणामों को देख रही है। बीते वर्ष, भारत में एफडीआई ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत में एफडीआई में में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। ये विश्वास ऐसे ही नहीं आता है। वन नेशन-वन टैक्स, इनसाल्वेंसी और बैंक्रप्टसी कोड बैंकों का मर्जर आज देश की सच्चाई है।
130 करोड़ देशवासियों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया : रुख पीएम मोदी
कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि 130 करोड़ देशवासियों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया। आत्मनिर्भर भारत देशवासियों के मन-मस्तिष्क में छाया है। ये आज सिर्फ शब्द नहीं रहा, बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के लिए मंत्र बन गया है। आज दुनिया इंटर-कनेक्टेड है, इसलिए समय की मांग है कि विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना ही है। जब हमारा अपना सामर्थ्य होगा तो हम दुनिया का कल्याण भी कर पाएंगे। आज देश अनेक नए कदम उठा रहा है, इसलिए आप देखिए स्पेस सेक्टर को खुला कर दिया, देश के युवाओं को अवसर मिल रहा है। हमने कृषि क्षेत्र को बंधनों से मुक्त कर दिया। हमने आत्मनिर्भर भारत बनाने का प्रयास किया है।