सीमाओं की सुरक्षा के नए प्लान की सुगबुगाहट
सीमाओं पर हाल ही में बदले हुए हालात के बाद जल्द ही BSF, ITBP और SSB जैसी सिक्योरिटी फोर्सेस पर से कुछ भार हो सकता है कि कम हो जाए. सूत्र बता रहे हैं कि सेना और रक्षा मंत्रालय इसपर मंथन कर रहा है कि इन सुरक्षा बलों को कई बार दी जाने वाली देश के भीतर की सुरक्षा की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाए. ऐसा हो सका तो सुरक्षा बलों के इन अंगों को सीमाओं पर तैनात करके बॉर्डर सिक्योरिटी को और मज़बूत किया जा सकेगा. गृहमंत्रालय के साथ हुई बैठकों में इस बारे में इस बाबत रोडमैप भी तैयार किया जा रहा है.
दरअसल बीएसएफ और एसएसबी को कई बार चुनावों में, महत्वपूर्ण आयोजनों या इवेंट्स में सुरक्षा की ज़िम्मेदारी दी जाती रही है. आपात स्थितियों में सेना को बुलाया जाता रहा है. जैसे चुनावों के दौरान SSB और BSF को भी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी दी जाती रही है. जिससे इनपर अतिरिक्त बोझ बढ़ा करता था.
ऐसे में अब CRPF यानि केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल से इन्हें रिप्लेस किया जाएगा. सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में बिहार चुनावों में इस व्यवस्था का ट्रायल भी होगा. जिसके तहत 70:30 के अनुपात में CRPF और लोकल पुलिस की तैनाती की जाएगी. चुनावों जैसे महा-आयोजनों के दौरान सीमा सुरक्षा पर तैनात रहने वाली फोर्सेस बंट जाया करती थीं, लेकिन अब केंद्र नहीं चाहता कि सीमा के प्रहरियों को अतिरिक्त ज़िम्मेदारी आने वाले कम से कम 3 साल तक की जाए.
- दीपाली शुक्ला