CEC : मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने बताया कि मतदाताओं को राजनीतिक पार्टियों द्वारा किए गए वादों की व्यवहारिकता के बारे में जानने का अधिकार है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुद्दा न्यायालय में विचाराधीन है। कुमार ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को अपने चुनावी घोषणापत्र में वादे करने का अधिकार है और मतदाताओं को यह जानने का पूरा अधिकार है कि ये वादे असली है या नहीं।
राजीव कुमार ने क्या कहा?
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय को सतर्क रहने और नकदी और मुफ्त वस्तुओं के वितरण पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन को भी ऑनलाइन लेनदेन पर नजर रखने को कहा गया है। फेक न्यूज पर प्रश्न किए जाने पर राजीव कुमार ने कहा कि आज फेक न्यूज ऐसे चल रही जैसे कि आज आपने बताया कि चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। हालांकि, इस ख़बर को आधे घंटे के अंदर ही फेक न्यूज़ बता दिया गया है।
कई पार्टियों ने एक ही चरण में चुनाव कराने की मांग की है
राजीव कुमार ने बताया कि कई पार्टियों ने एक ही चरण में चुनाव कराने की मांग की है। पिछले 2 दिनों में राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक करने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अधिकांश पार्टियों ने उन्हें सूचित किया कि कई पार्टियों ने मतदाताओं को वितरण के लिए धन जमा करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने कई राष्ट्रीय पार्टियों जैसे बीजेपी, कांग्रेस और राज्य की पार्टियों जैसे डीएमके, एआईडीएमके से मुलाकात की। उनमें से अधिकांश ने एक ही चरण में चुनाव कराने की मांग की है।
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