Lok SabhaElection 2024: साल 2024 तो आ गया है इसी के साथ सभी राजनीतिक पार्टियों की लोकसभा चुनाव की तैयारी भी शुरु हो गयी है। आपको बता दें कि बीजेपी का मिशन 2024 चुनाव से पहले एक और मास्टस्ट्रोक सामने आया है। दरअसल, बीजेपी सीएए कानून को तैयार कर चुकी है और चुनाव से पहले इसे लागू करने की तैयारी कर रही है। जहां एक ओर 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा। तो वहीं दूसरी ओर इस नियम का लागू होना चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी अहम माना जा रहा है। आपको बता दें कि सूत्रों के हवाले से पता चला है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियम को लोकसभा चुनाव की घोषणा से काफी पहले अधिसूचित किया जाएगा।
CAA को लेकर अमित शाह का बयान
आपको बता दें कि, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 27 दिसंबर को कहा था कि सीएए के कार्यान्वयन को कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि यह देश का कानून है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर इस मुद्दे को लेकर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया था।”
Citizenship Amendment Act: क्या है CAA?
आपको बता दें कि CAA के तहत अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश से 31 दिसंबर 2014 के पहले आने वाले छह अल्पसंख्यकों (हिंदू, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध और पारसी) को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है। इसके लिए इन तीन देशों से आए विस्थापितों लोगों को कोई दस्तावेज देने की भी जरूरत नहीं है। हालांकि संसद ने दिसंबर 2019 में संबंधित विधेयक को मंजूरी दी थी और बाद में राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद इसके विरोध भी हुआ था और देश के कुछ हिस्सों में बड़े तादात पर प्रदर्शन हुआ था। CAA को लेकर देश में कुछ कड़ी प्रतिक्रियाएं भी की गयी थीं। कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने भी इसका विरोध किया था। सरकार ने तो उसी वक्त ही इस नियम को लागू करने विचार कर लिया था, लेकिन कोरोना के कारण इसमें देरी हुई।