नई दिल्ली : एक तरफ जहाँ देश भर में कोरोना वायरस (coronavirus In India) का कहर देखने को मिल रहा है, वहीं इस महामारी से निपटने को लेकर टीका (Coronavirus Vaccine) विकसित करने का कार्य भी जोर-शोर से जारी है। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन बनाने की दिशा में भारत को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। DRDO ने कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन तैयार कर ली है, जिसके बाद अब ये वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के लिए भी तैयार है। अगर इस वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल सफल होता है, तो इसे कोरोना से जंग में भारत की बड़ी कामयाबी कही जाएगी।
Coronavirus Vaccine : केजीएमयू और जीएसवीएम में परीक्षण की अनुमति
दरअसल रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन बनाने का दावा किया है, जिसके बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drug Controller General of India) ने इस वैक्सीन का मरीज़ों पर परीक्षण की भी अनुमति दे दी है। DRDO द्वारा किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) लखनऊ, गणोश शंकर विद्यार्थी स्मारक मेडिकल कॉलेज (GSVM) कानपुर और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) वाराणसी के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में दवा के क्लीनिक ट्रायल के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से अनुमति मांगी गई थी। वहीँ यूपी सरकार द्वारा केजीएमयू और जीएसवीएम में परीक्षण की अनुमति प्रदान कर दी गई है।
कोरोना से जारी जंग में भारत को मिल सकती है बड़ी कामयाबी
बता दें कि दुनिया भर में जारी कोरोना कहर के बीच अब तक कई देशों ने कोरोना से बचाव की वैक्सीन को तैयार करने का दावा जरूर किया है, लेकिन इस दिशा में दावे से आगे बात बढ़ती नज़र नहीं आई है। वहीं अब जबकि DRDO ने वैक्सीन तैयार करने का दावा किया है और इसे क्लीनिकल ट्रायल के लिए अनुमति भी मिल चुकी है, तो देखना ये होगा इसमें DRDO को कितनी कामयाबी हासिल होती है।