जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण दिए जाने को लेकर पार्टी में दो फाड़ हो गए हैं। ग़ुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण मिलने के बाद उन पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश की टिप्पणी से विवाद पैदा हो गया। अब पार्टी के ही आनंद शर्मा ने गुलाम नबी आजाद का समर्थन किया है।
जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में बुद्धदेव भट्टाचार्य के पद्म भूषण लेने से इंकार की खबर को शेयर करते हुए इसे सही कदम बताया था। ट्वीट में जयराम रमेश ने यह भी लिखा, कि वे (बुद्धदेव भट्टाचार्य) आज़ाद रहना चाहते हैं, ग़ुलाम नहीं। इसके जवाब में कपिल सिब्बल ने ग़ुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण दिए जाने का स्वागत किया था और कांग्रेस पर भी सवाल खड़े कर दिए थे।
कपिल सिब्बल के बाद कांग्रेस के एक और नेता आनंद शर्मा भी ग़ुलाम नबी आजाद के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने गुलाम नबी आजाद को ट्विटर पर बधाई देते हुए लिखा, संसदीय लोकतंत्र और जनसेवा के लिए उनके आजीवन योगदान को मान्यता मिली है।
आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के उन असंतुष्ट नेताओं में आते हैं जिन्होंने एक समय कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण दिए जाने पर राज बब्बर ने भी उन्हें बधाई दी है।