North East में CAB पर जारी है बवाल : असम में कर्फ्यू – त्रिपुरा में सेना का फ्लैग मार्च
नई दिल्ली : CAB यानि नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) संसद के दोनों सदनों में पास हो चुका है। लेकिन इस बिल को लेकर कहीं जश्न हो रहा है तो कहीं विरोध। पहले बात बिल के विरोध की करते हैं। CAB के खिलाफ नॉर्थ-ईस्ट (North East) में प्रदर्शन का दौर आज भी जारी है। असम के गुवाहाटी (Guwahati) और डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) में कर्फ्यू लगा है तो त्रिपुरा (Tripura) में सेना फ्लैग मार्च कर रही है।
क्या प्रदर्शन के पीछे कोई साजिश है ?
- नॉर्थ-ईस्ट में CAB के विरोध की आग
- 3 दिन से असम की सड़कों पर जारी है संग्राम
- असम में कर्फ्यू – त्रिपुरा में सेना का फ्लैग मार्च
नागरिकता संशोधन बिल का पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध जारी है। बड़ी तादाद में छात्र फिर सड़कों पर उतर आए। जमकर नारेबाजी और आगजनी की गई। पिछले 3 दिन से असम के कई जिलों में सड़क पर ऐसे ही संग्राम चल रहा है। पुलिस बैरिकेडिंग लगाकर छात्रों को रोकती है तो छात्र बैरिकेडिंग तोड़कर उसे आग के हवाले कर देते हैं।
ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के छात्र शहर की हर सड़क पर पोस्टर-बैनर लेकर तैनात हैं। इनको वामपंथी संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा है। दिसपुर में प्रदर्शन के दौरान बस फूंक दी गई। असम के 10 जिलों में मोबाइल और इंटरनेट पर बैन लगा है। डिब्रूगढ़ में प्रदर्शन के दौरान हिंसा बढ़ने पर सेना बुला ली गई। लोगों ने केंद्रीय मंत्री और डिब्रूगढ़ के सांसद रामेश्वर तेली के घर में भी जमकर तोड़फोड़ की।
North East : त्रिपुरा में भी CAB के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन
असम (Assam) के अलावा त्रिपुरा में भी CAB के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। त्रिपुरा में असम राइफल्स की एक-एक टुकड़ी को कंचनपुर और मनु में तैनात किया गया है। कई जगह सेना ने फ्लैग मार्च किया है। नॉर्थ ईस्ट में हो रहे प्रदर्शनों से यातायात पर काफी बुरा असर पड़ा है। उत्तर रेलवे (North Railway) के मुताबिक गुवाहाटी से असम क्षेत्र की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई है।
- कोलकाता से आगे डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी जाने वाले सभी फ्लाइट कैंसल कर दी गई है।
- कामाख्या और गुवाहटी में हजारों यात्री फंसे हैं।
- प्रदर्शनों से स्कूल, कॉलेज बंद हैं और परीक्षाएं कैंसल कर दी गई हैं।
- खेलों पर भी असर पड़ा है। असम और त्रिपुरा के रणजी मैच रद्द कर दिए गए है।
- नॉर्थ-ईस्ट यूनाइटेड एफसी और चेन्नईयन एफसी के बीच फुटबॉल का इंडियन सुपर लीग मैच रद्द हो गया है।
नॉर्थ-ईस्ट के हालात के लिए विपक्ष (Opposition) ने सरकार को घेरा है। विपक्ष का कहना है कि CAB को लेकर सरकार की हड़बड़ी ने नॉर्थ-ईस्ट में अशांति की आग लगा दी है।
नॉर्थ-ईस्ट में अशांति के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा विपक्ष
विपक्ष नॉर्थ-ईस्ट में अशांति के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है तो असम के बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद कामाख्या प्रसाद (Kamakhya Prasad) ने हिंसा और प्रदर्शन के पीछे साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है। नॉर्थ-ईस्ट खासकर असम और त्रिपुरा में हो रही हिंसा को लेकर केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से शांति की अपील की है।
- पीएम मोदी ने झारखंड में रैली के दौरान कहा कि मैं असम के भाईयों-बहनों को भरोसा दिलाता हूं कि CAB के पास होने से आप पर असर नहीं पड़ेगा।
- कहा कि कोई भी आपका हक नहीं छीन रहा है, ये ऐसे ही जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ही नहीं गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी संसद में बिल पेश करते हुए नॉर्थ-ईस्ट के सभी राज्यों को भरोसा दिलाया था कि बिल से उनकी पहचान को कोई संकट नहीं है। बगैर परमिट के कोई भी भारतीय नागरिक इनर लाइन परमिट वाले राज्यों में न तो जा सकता है और न ठहर सकता है।
अरुणाचल प्रदेश, मिज़ोरम और नगालैंड में यह व्यवस्था थी और अब मोदी सरकार ने मणिपुर में भी इनर लाइन परमिट लागू करने का वादा किया है। असम और सिक्किम को लेकर भी केंद्र सरकार ने भरोसा दिया है। सरकार का मानना है कि बिल जब लागू होगा तो नॉर्थ-ईस्ट के लोगों की सभी आशंकाएं बेबुनियाद साबित होंगी।