भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सोमवार को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। यह मुलाकात शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सुरक्षा सलाहकारों की 20वीं बैठक के मौके पर हुई। इस दौरान NSA अजीत डोभाल ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर बल दिया।
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच 7 से 10 मई तक सैन्य झड़प हुई थी, जिसकी शुरुआत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई थी। चीन ने इस आतंकी हमले की निंदा तो की थी, लेकिन यह भी सामने आया था कि चीन ने पाकिस्तान को जंग के दौरान हथियार दिए हैं।
भारत-चीन संबधो के विभिन्न पहलुओं पर किया विचार विमर्श
डोभाल शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा पर हैं। NSA डोभाल और वांग ने भारत-चीन संबधो के विभिन्न पहलुओं पर भी विचार विमर्श किया। दोनों देश पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध के बाद संबधों में आए तनाव को दूर करने के लिए कोशिश कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि दोनों देशों ने भारत-चीन संबधों में हाल के घटनाक्रम की समीक्षा की। साथ ही आपसी रिश्तों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसमें लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर भी चर्चा हुई ताकि दोनों देशों के संबंध मजबूत हो सके। बयान में कहा गया, “NSA ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।”
वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस बैठक का मकसद LAC विवाद को पूरी तरह सुलझाने और आपसी संबंध फिर से बहाल करना है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच संबंध को एक बार फिर मजबूत करना है।
चीन-भारत संबंधों में सकारात्मक प्रगति
भारत में चीनी राजदूत शू फेइहोंग ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “चीनी विदेश मंत्री वांग यी, जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य हैं, उन्होंने 23 जून को बीजिंग में भारत के एनएसए और भारत-चीन सीमा प्रश्न के विशेष प्रतिनिधि अजीत डोभाल से मुलाकात की। वांग ने कहा कि चीन-भारत संबंधों में कुछ सकारात्मक प्रगति हुई है। यह आवश्यक है कि दोनों पक्ष संचार को और बढ़ाएं, आपसी विश्वास का निर्माण करें और व्यावहारिक मुद्दों को हल करने की दिशा में काम करें। चीन और भारत को संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालना चाहिए और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखनी चाहिए।”
चीनी राजदूत ने पोस्ट में आगे लिखा, “डोभाल ने कहा कि भारत बहुपक्षीय क्षेत्रों में चीन के साथ सहयोग को मजबूत करने का इच्छुक है और एक सफल शिखर सम्मेलन की मेजबानी में शंघाई सहयोग संगठन के अध्यक्ष के रूप में चीन की भूमिका का पूरा समर्थन करता है। दो प्रमुख एशियाई राष्ट्रों के रूप में, भारत और चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में और भी बड़ा योगदान दे सकते हैं।” बता दें कि चीन एससीओ के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में समूह के सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।