Bangladesh Election 2024: बांग्लादेश आम चुनाव में प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने चुनाव में प्रचंड जीत हासिल कर ली है, लेकिन आपको बता दें कि वोटिगं के दौरान कई जगहों पर हिंसा के मामले सामने भी आए। हालांकि शेख हसीना की पार्टी को आम चुनाव 2024 में 2 लाख 49 हजार 465 वोट मिले जबकि विपक्षी दलों को महज 469 वोट ही मिले। आपको बता दें कि पश्चिमी देश तो पहले से ही कह रहे थे कि ये चुनाव हर हाल में शेख हसीना के हित में जाएगा क्योंकि वह ‘लोकतंत्र को दबा कर रखना चाहती हैं।’
हसीना शेख के बारे में
शेख हसीना आवामी लीग की नेता हैं, वह साल 2009 से लगातार चार बार पीएम बन गयी हैं। इतना ही नहीं इससे पहले भी वह 1996 से 2001 तक पीएम का पद संभाल चुकी हैं। बता दें कि बीते रविवार यानी 7 जनवरी को मतदान में शेख हसीना का शानदार जीत हुयी और पांचवी बार बांग्लादेश की राष्ट्रपति बनेगीं। शेख हसीना के पिता का नाम शेख मुजीबुर्रहमान है। उनके पिता की हत्या भी हुयी थी।
परिवार की कर दी गयी हत्या, बच गयीं शेख हसीना
साल 1971 में बांग्लादेश का एक अलग देश बना था। दरअसल, पहले ये पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था और वहीं कि सरकार चलती थीं। जब अलग हुआ देश तो पहले नेता शेख मुजीबुर्रहमान बने। लेकिन कम्युनिस्ट आंदोलन के दौरान शेख की सरकार की सत्ता पलट दी गई। साल 1975 में सेना ने शेख मुजीबुर्रहमान के पूरे परिवार की हत्या कर दी थी, लेकिन शेख हसीना और उनकी बहन रेहाना बच गईं क्योंकि वह उस वक्त जर्मनी में थीं। बांग्लादेश अगले 15 सालों तक सेना के कब्जे में रहा।
भारत में मिली शरण
शेख हसीना ने जर्मनी में बांग्लादेश के राजदूत हुमांयु रशीद चौधरी से बात की। जिसके बाद हुमांयु रशीद चौधरी ने भारत में बात की और तभी इंदिरा गांधी को पता चला। उन्होंने शेख हसीना और उनकी बहन को भारत बुलाया और 6 साल तक रहने दिया। उसके बाद वह वापस गयीं। इसके बाद ही उन्होंने अवामी पार्टी ने चुनाव में जीत दर्ज की। साल 1996 में हसीना पहली बार प्रधानमंत्री बनीं।