जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार Margaret Alva ने 19 जुलाई को अपना नामाकंन पत्र दाखिल किया। गौरतलब है कि 17 पार्टियों के नेताओं ने सर्वसम्मति से राजस्थान की पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस की दिग्गज नेता Margaret Alva को भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में चुनने का फैसला किया था। बता दें कि कर्नाटक के मंगलुरु में 24 मई 1942 में जन्मी Margaret Alva को कांग्रेस ने साल 1975 में पार्टी का महासचिव बनाया था। वे 5 बार सांसद रह चुकी हैं। चार बार राज्यसभा और एक बार लोकसभा की सदस्य चुनी गईं। साल 1999 में वे लोकसभा की सदस्य बनीं थीं।
नामाकंन के दौरान कई नेता रहे, मौजूद
Margaret Alva ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, NCP प्रमुख शरद पवार, अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना के संजय राउत और अन्य विपक्षी नेताओं की उपस्थिति में संसद में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
6 अगस्त को हैं उपराष्ट्रपति के चुनाव
गौरतलब है कि Margaret Alva का मुकाबला NDA के जगदीप धनखड़ से है। उपराष्ट्रपति का चुनाव 6 अगस्त को होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 19 जुलाई है। मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
Alwa ने निभाई है, गांधी परिवार से वफादारी
उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की साझा उम्मीदवार घोषित की गईं Margaret Alvaकांग्रेस नेताओं की उस पीढ़ी से आती हैं जो लगातार गांधी परिवार की वफादार बनी रहीं। 1969 में उन्होंने इंदिरा गांधी के प्रति वफादारी के साथ कांग्रेस की राजनीति में कदम रखा था। गांधी परिवार से उनकी वफादारी चार दशक तक लगातार जारी रही और इस दौरान उन्हें इसका पूरा लाभ भी मिला। 1974 से 1998 तक पार्टी ने उन्हें लगातार राज्यसभा में भेजा। इसके बाद 1999 से 2004 तक वह लोकसभा की सदस्य रहीं। एक बार कैबिनेट मंत्री का पद भी संभाला। हालांकि 2004 में वह लोकसभा चुनाव हार गईं। बाद में वह राज्यपाल बनाई गईं।
जगदीश धनखड़ का उपराष्ट्रपति बनना तय?
गौरतलब है कि सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद 71 वर्षीय धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया था कि वह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को हमेशा आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। अपनी सामान्य पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए धनखड़ ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले उनके जैसे सामान्य व्यक्ति को यह ऐतिहासिक मौका मिलेगा। आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो NDA के उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है।