Manipur President Rule News : मणिपुर में सीएम एन बीरेन सिंह ने रविवार को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। जिसके बाद अब राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। इस्तीफे के बाद भाजपा पूर्वोत्तर प्रभारी संबित पात्रा ने पार्टी विधायकों के साथ कई बैठकें की। लेकिन अभी भी समस्या का हल नहीं निकल पाया है। इसी सिलसिले में संबित पात्रा राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से दो बार मिल चुके हैं।
खरगे ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार से सवाल कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा वार किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “नरेंद्र मोदी जी आपकी पार्टी ही 11 साल से केंद्र में शासन कर रही है। यह आपकी पार्टी है जो 8 साल तक मणिपुर पर शासन कर रही थी। यह भाजपा ही है, जो राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार थी। यह आपकी सरकार है जो राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा गश्ती के लिए जिम्मेदार है। आपके द्वारा राष्ट्रपति शासन लगाना, अपनी ही पार्टी की सरकार को निलंबित करना इस बात की सीधी स्वीकारोक्ति है कि आपने मणिपुर के लोगों को कैसे विफल किया।”
“मणिपुर की जनता माफ़ नहीं करेगी” – खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे लिखा कि “आपने राष्ट्रपति शासन इसलिए नहीं लगाया क्योंकि आप ऐसा चाहते थे, बल्कि इसलिए लगाया क्योंकि राज्य में संवैधानिक संकट है, क्योंकि आपका कोई भी विधायक आपकी अक्षमता का बोझ स्वीकार करने को तैयार नहीं है। आपका “डबल इंजन” मणिपुर की निर्दोष जनता की जान पर बन आया! अब समय आ गया है कि आप मणिपुर में कदम रखें और पीड़ित लोगों के दर्द और आघात को सुनें और उनसे माफी मांगें। क्या आपमें दृढ़ विश्वास का साहस है? मणिपुर की जनता आपको और आपकी पार्टी को माफ नहीं करेगी।”
राष्ट्रपति शासन को लेकर राहुल ने कसा तंज
वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा “मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करना भाजपा द्वारा मणिपुर में शासन करने में उनकी पूर्ण अक्षमता की देर से स्वीकारोक्ति है। अब पीएम मोदी मणिपुर के लिए अपनी सीधी जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकते। क्या उन्होंने अंततः राज्य का दौरा करने और मणिपुर और भारत के लोगों को शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की अपनी योजना समझाने का मन बना लिया है?”