Group Captain Shubhanshu Shukla News: भारत एक बार फिर अंतरिक्ष की दुनिया में इतिहास रचने जा रहा है। भारत अपने दूसरे अंतरिक्ष यात्री को स्पेस में भेजने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारत के अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला यह इतिहास रचने जा रहे हैं। शुभांशु शुक्ला से पहले 984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा स्पेस में जाने वाले पहले भारतीय थे। अमेरिका के सहयोग से भारत-अमेरिका एक्सिओम -4 के तहत यह मिशन करने वाला है। इस मिशन को आकाश गंगा भी कहा जाता है। बता दें कि शुक्ला ऑर्बिटिंग इंटरनेशनल स्पेस लेबोरेटरी की यात्रा करने वाले हैं।
#WATCH | Uttar Pradesh: Group Captain Shubhanshu Shukla’s Lucknow residence adorned with his posters as he is all set to create history by being part of Axiom Space’s fourth private astronaut mission to the Space Station, which will launch tomorrow morning at 8:22 am.
The… pic.twitter.com/j0HfVBKxqK
— ANI (@ANI) June 9, 2025
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के लखनऊ स्थित आवास को उनके पोस्टरों से सजाया गया है क्योंकि वह एक्सिओम स्पेस के अंतरिक्ष स्टेशन के चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन का हिस्सा बनकर इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जो कल सुबह 8:22 बजे लॉन्च होगा। मिशन फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से शुरू होगा। आईएसएस पर लक्षित डॉकिंग समय बुधवार, 11 जून को लगभग 12:30 बजे है।
The #Ax4 crew undergoes extensive emergency training, featuring a range of scenarios such as underwater escape drills. pic.twitter.com/Mwoeb9fk51
— Axiom Space (@Axiom_Space) June 6, 2025
बता दें कि शुक्ला की जर्नी काफी ज्यादा बेहतरीन और इंस्पायरिंग रही है। उनका लखनऊ से लॉ अर्थ ऑर्बिट Low Earth Orbit तक का सफर बेहद शानदार रहा है। शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। विमानों को लेकर आकर्षण उनका शुरूआत से ही रहा है। साल 1999 के कारगिल युद्ध से प्रेरित होकर, उन्होंने यूपीएससी एनडीए एग्जाम के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद उन्होंने एग्जाम भी क्लियर कर लिया था। उन्होंने अपनी सेना की ट्रेनिंग पूरी की। फिर 2005 में कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री ली। उन्होंने बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी की पढ़ाई की।
मेहनत के बल पर वो साल 2006 में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) में नियुक्त हुए। फिर उन्होंने मार्च 2024 तक ग्रुप कैप्टन का पद हासिल कर लिया। उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर 228 और An-32 सहित विभिन्न विमानों का संचालन किया। साल 2019 में, शुक्ला को भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन की तरफ से चुना गया था। उन्होंने रूस में यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ली। साल 2021 में उन्होंने बेसिक ट्रेनिंग पूरी की। इसके बाद साल 2024 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्ला के नाम का ऐलान किया। गगनयान के लिए नामित चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक के रूप में शुक्ला के नाम का ऐलान किया गया है। भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन, गगनयान के लिए वह नामित किए गए हैं।