जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: होली यानी आस्था और अच्छाई के रंगो में डूबा त्यौहार। फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है। इस साल 17 मार्च को ये देशभर में धूमधाम से होली का त्यौहार मनाया जाएगा। होलिका दहन के दूसरे दिन यानी 18 मार्च को रंगो वाली होली खेली जाएगी।
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होली को रंगो का त्यौहार कहा जाता है लेकिन यह त्यौहार ईश्वर पर अटूट आस्था का संदेश भी देता है। भारतीय तीज त्यौहारों के पीछे कई कहानियां और मान्यता होती हैं। इसी तरह होली से भी कहानी जुड़ी हुई है जो इस त्यौहार को विजय पर्व बना देती है।
होली की कथा
होली को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। लेकिन भक्त प्रह्लाद की कथा के बारे में सबसे ज्यादा बात की जाती है। प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर राजा था। उसे अपने बल का इतना अभिमान था कि वह स्वयं को ही ईश्वर मानने लगा। यही नहीं उसने पूरी प्रजा को उसी की पूजा करने का आदेश दिया। साथ ही यह भी फरमान जारी किया कि अगर किसी ने उसके अलावा किसी अन्य देवता की पूजा की तो उसे मृत्युदंड दिया जाएगा।
आस्था की शक्ति में जल गई बुराई
घंमडी राजा हिरण्यकशप के घर में पुत्र प्रह्लाद ने जन्म लिया। प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था। उसकी श्रद्धा इतनी अगाध थी कि बार-बार पिता के मना करने के बावजूद भी वह हरि भक्ति में ही लीन रहा। हिरण्यकशप के लाख समझाने पर भी जब प्रह्लाद नहीं माने तो उसने एक अलग ही योजना बनाई और बहन होलिका को राजमहल पहुंचने का संदेशा भिजवाया।
भाई हिरण्यकशिपु का संदेशा मिलते ही होलिका वहां पहुंच गई। वहां जाकर उसे पता चला कि उसे अपने भतीजे को लेकर अग्नि में बैठना है। क्योंकि उसे वरदान में ऐसा दुशाला प्राप्त था जिसे ओढ़ने से अग्नि उसे नहीं छू सकती थी। अगले ही दिन वह भतीजे प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई।
कथा मिलती है कि जब होलिका प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठी तो वह उस समय भी श्री हरि का नाम जप रहे थे। कुछ ही देर में हवा चली और दुशाला उड़कर प्रह्लाद पर आ गया। इस तरह होलिका पूरी तरह से जल गई और प्रह्लाद बच गए। यहीं से होली पर्व की शुरुआत हुई और इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक रूप में मनाया जाने लगा।
होली का महत्व
होली का पांरपरिक और सामाजिक महत्व है। रंग बिरंगा गुलाल अबीर होली पर प्यार के रंग बरसाते हैं। होलिका दहन के साथ सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश हो जाता है और सकारात्मकता की शुरूआत होती है।