जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: लोहड़ी पर्व की तैयारियां जोर सोर से चल रही हैं। नए साल के पहले त्यौहार पर हर्षोल्लास का माहौल है नए कपड़े सिलाए जा रहे हैं तो स्वादिष्ट पकवानों की महक बिखरने वाली है। भारत में लोहड़ी पर्व सिखों का मुख्य त्यौहार है। पंजाब और हरियाणा में यह धूमधाम से मनाया जाता है। पंजाबियों के साथ साथ अन्य धर्मों के लोग भी लोहड़ी पर्व को मनाते हैं। 13 जनवरी को लोहड़ी का पर्व मनाया जाएगा।
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लोहड़ी पर भांगड़ा और गिद्दा डांस की धूम होने वाली है नई दुल्हनों के लिए लोहड़ी बेहद खास माना जाता है। इस दिन वे डांस के साथ लोहड़ी के प्रचलित गीत गाती हैं। आप भी लोहड़ी के कुछ पारंपरिक गीतों के साथ त्यौहार के सेलिब्रेशन को और खास बना सकते हैं। तो आइए जानते हैं लोहड़ी गीतों के बारे में…
प्रसिद्ध लोहड़ी गीत
सुंदर मुंदरिये हो !
तेरा कौन विचारा हो !
दुल्ला भट्टी वाला हो !
दुल्ले धी व्याही हो !
सेर शक्कर पाई हो !
कुड़ी दे जेबे पाई
कुड़ी दा लाल पटाका हो !
कुड़ी दा सालू पाटा हो !
कुड़ी दा सालू पाटा हो !
सालू कौन समेटे हो !
चाचे चूरी कुट्टी हो !
ज़मिदारां लुट्टी हो !
ज़मींदार सदाए हो !
गिन-गिन पोले लाए हो !
इक पोला रह गया !
सिपाही फड के लै गया !
सिपाही ने मारी ईट
भावें रो भावें पिट
सानू दे दे लोहड़ी
तुहाडी बनी रवे जोड़ी !