नई दिल्लीः Navratri: हिंदू धर्म में त्यौहारों और पूजा पाठ का खास महत्व है। तीज त्यौहार भारतीय संस्कृति में खास स्थान रखते हैं। लिहाजा इनको मनाने का तरिका भी खास होता है। अब फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है। मां की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्रि शुरू होने वाले हैं। इन दिनों हम मां दुर्गा के नौ अलग अलग स्वरूपों की पूजा करते हैं। हालांकि इस बार दो तिथियां एक साथ पड़ने पर नवरात्र पूजा 8 दिन की ही होगी। तृतीया और चतुर्थी तिथि एक साथ पड़ने के कारण 07 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्रि 14 अक्टूबर को संपन्न होंगे और 15 अक्टूबर को दशहरा पर्व मनाया जाएगा।
Navratri: पालकी में सवार होकर आएंगी मां दुर्गा
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस साल नवरात्रि गुरुवार से प्रारंभ हो रहे हैं। ऐसे में मां दुर्गा की सवारी पालकी होगी। मां दुर्गा पालकी या डोली से आएंगी और हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी। वहीं, 6 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ श्राद्ध का समापन हो जाएगा। जिसके अगले दिन शारदीय नवरात्रि प्रारंभ हो जाएंगे।
कलश स्थापना का मुहूर्त
नवरात्रि में कलश स्थापना का खास महत्व होता है। इस बार घटस्थापना या कलश स्थापना का शुभ समय सुबह 6 बजकर 17 मिनट से सुबह 7 बजकर 7 मिनट तक ही है। नवरात्रि के पहले दिन ही घट स्थापना की जाती है।
कलश स्थापना के लिए ऐसे करें तैयारी
नवरात्रि पूजा में कलश स्थापना के लिए कई सामग्री की जरूरत पड़ती है। इसके लिए आप अनाज, मिट्टी का कलश, मंदिर या अन्य पवित्र स्थान से लाई गई मिट्टी, गंगाजल, अशोक या आम के पत्ते, सुपारी, नारियल, लाल सूत्र या मौली, लौंग, इलायची, कपूर, रोली, अक्षत, लाल वस्त्र और पुष्प को एकत्र कर लें। कलश स्थापना के लिए सुबह स्नान के बाद भगवान गणेश, मां दुर्गा और धन के देवता कुबेर की प्रतिमा के सामने कलश को लाल धागा बांधते हुए स्थापना करें।
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मां दुर्गा की पूजा विधि
नवरात्रि के लिए पूजा सामग्री पहले से ही तैयार कर लें। जिसमें लाल चुनरी, मौली, दीपक, घी, धूप, नारियल, फूल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, मिसरी, कपूर, समेत अन्य पूजन सामग्री ले आएं। साथ ही भोग के लिए फल मां दुर्गा को चढ़ाए जाएंगे। मां दुर्गा की पूजा के लिए कलश स्थापना के स्थान पर दीया जलाएं और दुर्गा मां को अर्घ्य दें। इसके बाद अक्षत और सिंदूर चढ़ाएं। लाल फूलों से मां को सजाएं और फल, मिठाई का भोग लगाएं। धूप, अगरबत्ती जलाकर दुर्गा चालीसा पढ़े और अंत में आरती करें।
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