बिजनौर पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार कर ठगी का पर्दाफ़ाश किया है. दोनों जालसाज नकली नोटों को असली बताकर लोगों को ठगते थे. आरोपियों की पहचान संतोष गिरी और राशिद के रूप में हुई है. दोनों आरोपी मुरादाबाद के रहने वाले हैं. दोनों आरोपियों के पास से जाली नोट बरामद हुए हैं. थाना प्रभारी ने बताया की उन्हें बीट पुलिस से गोपनीय जानकारी मिली थी कि दो लोग नकली नोट को असली बताकर धोखाधड़ी कर रहे हैं. जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उन पर धावा बोल दिया और दोनों आरोपियों को पकड़ लिया.
पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम संतोष गिरी और राशिद बताया है. छानबीन के दौरान पता चला कि दोनों ठगी की वारदात को अंजाम देते थे, असली नोट के नाम पर नकली नोट लोगों को देते थे. जालसाजों ने हेरा फेरा मूवी की ही तरह नयी तरकीब निकाली थी. लोगों को पैसा डबल करने का लालच देकर असली के बदले नकली नोट देते थे. नोटों की गड्डी के ऊपर और नीचे 100 100 रुपए के नोट होते थे और बीच में नकली नोट होते थे.
डबल पैसे के लालच में लोग नोट की गड्डी को ऊपर और नीचे देख लेते थे इसी वजह से लोगों को आरोपियों की ठगी का पता नहीं चला. पुलिस को उन दोनों के पास से 100 रुपए के 14 असली और 2600 जाली नोट मिले हैं. पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी की वारदात में राशिद और संतोष के अलावा नाज़िम और नासीम जैसे सहयोगी शामिल हैं.