Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी हिंसा ने पूरे देश में काफी जोर पकड़ा। जबकि माना जा रहा है कि इस हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक अभी भी फरार है। दरअसल, उसने मजहब की आड़ में सरकारी जमीन कब्जाने की साजिश रची। जब उत्तराखंड सरकार ने कार्रवाई की तो पूरे शहर को हिंसा की आग में झोंक दिया। हालांकि सीएम पुष्कर सिंह धामी अब्दुल मलिक पर एनएसए के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है। अब तक हल्द्वानी हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई है। हिंसा में शामिल पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिसमें सपा नेता का भाई, दो निवर्तमान पार्षद, एक खनन कारोबारी और एक अन्य व्यक्ति शामिल है।
कैसे भड़की हिंसा
बता दें कि गुरुवार की शाम को करीब चार बजे हिंसा भड़की और रात 11 बजे तक चली। आग जलाने के लिए पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया। यहां तक कि वहां के बनभूलपुरा थाने को भी आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रवियों ने आम लोगों की गाड़ियां भी जला दीं। तो वहीं पत्रकारों पर जानलेवा हमला किया। महिला पुलिसकर्मियों को घेरकर उन पर पेट्रोल बम से हमला किया। वहीं, जब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो उपद्रवियों ने बचने के लिए बुर्काधारी महिलाओं और बच्चों को आगे कर दिया। हालांकि, अब वहां स्थिति काबू में है।
अब्दुल मलिक शक के घेरे में
दरअसल, माना जा रहा है कि इसके विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने, जमीन कब्जाने, लोगों को भड़काने, साजिश रचने समेत कई गंभीर धाराओं में प्राथमिकी की गई है। पुलिस का मानना है कि अब्दुल मलिक ने वर्षों पहले सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से मदरसा व नमाजस्थल बनाया, जिसे तोड़ने के दौरान गुरुवार को बनभूलुपरा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उपद्रव किया।