MahaKumbh Mela 2025 : विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन और सनातन आस्था के महापर्व महाकुंभ 2025 की शुरुआत आज से हो चुकी है। करीब डेढ़ महीने तक चलने वाले इस आयोजन में देश-दुनिया से करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है। महाकुंभ मेला आज (13 जनवरी 2025) से संगमनगरी प्रयागराज में शुरू हो गया। पौष पूर्णिमा का आज अमृत स्नान है। सुबह से ही श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम में डुबकी लगा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक आज करीब 1 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे।
महाकुंभ का भव्य आयोजन
प्रशासन ने महाकुंभ मेले के लिए संगम तट पर कुल 41 घाट बनाए हैं। जिसमें से 10 पक्के घाट हैं, जबकि बाकी 31 घाट अस्थायी हैं। प्रयागराज का सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण घाट संगम घाट है। यहां तीन पवित्र नदियों का संगम होता है। इसीलिए इसे त्रिवेणी घाट के नाम से भी जानते हैं। इस साल का महाकुंभ बेहद शुभ माना जा रहा है। प्रयागराज का महाकुंभ मेला करीब 4000 हेक्टेयर जमीन पर लगा हुआ है। इसे 25 सेक्टरों में बांटा गया है। उत्तर प्रदेश शासन ने महाकुंभ मेला राज्य का 76वां जिला घोषित किया गया है।
क्या है शाही स्नान ?
शाही स्नान यानि वह स्नान जिसको करने से मन की अशुद्धियां भी दूर हो जाती है। 14 जनवरी 2025 को महाकुंभ का पहला शाही स्नान किया जाएगा। शाही स्नान के दौरान सबसे पहले नागा साधु स्नान करते हैं। इसके बाद ही आम जनता स्नान कर सकती है। शाही स्नान के दिन संगम में स्नान करने से कई गुना अधिक पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है।
प्रयागराज में शाही स्नान की तिथियां
- पहला शाही स्नान- 14 जनवरी 2025, मकर संक्रांति
- दूसरा शाही स्नान- 29 जनवरी 2025, मौनी अमावस्या
- तीसरा शाही स्नान- 3 फरवरी 2025 बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा,