जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर हर कहीं विवाद हो रहा है। कई जगह उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं। हिमंता बिस्वा सरमा ने उत्तराखंड में 11 फ़रवरी को एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री कुमार चंद्रशेखर राव ने भी असम के सीएम के बयान की कड़ी निंदा कर आपत्ति जताई है।
पहले चरण की वोटिंग में राकेश टिकैत के ‘कोको’ ने बना दिया माहौल
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हिमंता बिस्वा सरमा की आलोचना करते हुए पीएम मोदी से सवाल पूछे थे। केसीआर ने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी जी, क्या यही बीजेपी का संस्कार है? क्या हमारा यही हिन्दू धर्म है? क्या हमारे देश की यही मर्यादा है? आपका मुख्यमंत्री पूछ रहा है कि किस बाप से पैदा हुए। मेरा सिर शर्म से झुक रहा है। मेरी आंखों में पानी आ रहा है। ये अच्छी बात नहीं है।”
केसीआर ने कहा, ”यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है। एक सांसद के बारे में आपका मुख्यमंत्री क्या यह पूछ सकता है कि किस बाप से पैदा हुए? क्या हमारा यही संस्कार है? क्या महाभारत, रामायण, गीता और वेद से हमें यही सिखाया गया है? हिन्दू धर्म को बेचकर उसके नाम पर वोट कमाने वाले, आप गंदे लोग हो। नड्डा जी क्या हमारा यही संस्कार है? अगर धर्म को मानते हो तो उस मुख्यमंत्री को बर्खास्त करो। क्या देश में ऐसा मुख्यमंत्री हो सकता है? सहनशीलता की भी एक सीमा होती है।”
क्या था असम के सीएम का बयान
दरअसल, 11 फरवरी को हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा था कि राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था। अरे भाई आप कौन से पिता के बेटा हैं, हमने कभी प्रमाण मांगा है क्या? मेरे सैनिक से सबूत मांगने का क्या अधिकार है। क्या आपका बिपिन रावत पर भरोसा नहीं था? जब सेना ने कह दिया कि सर्जिकल स्ट्राइक किया तो मान लो किया है। मैंने इस बात का कभी सबूत नहीं मांगा कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं।”
कांग्रेस से बीजेपी में आए थे सरमा
साल 2015 में हिमंता बिस्वा सरमा कांग्रेस से ही बीजेपी में आए थे। हिमंता बिस्वा सरमा अक्सर सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की आलोचना करते रहते हैं। बात ये भी है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने भी साल 2018 में राहुल गांधी को देश का सबसे बड़ा बेवकूफ़ कहा था।
जयंत चौधरी ने की आलोचना
हिमंता बिस्वा सरमा राहुल गांधी पर टिप्पणी के बाद चौतरफा घिर गए हैं। राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत सिंह ने भी उनकी आलोचना की है। जयंत सिंह ने ट्वीट कर कहा, ”असम के मुख्यमंत्री ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। समय-समय पर बीजेपी के नेताओं को दातुन से मुंह तो धो लेना चाहिए!”