रश्मि सिंह|Valentine’s day 2024: आप सभी बड़े धूमधाम से वैलेंटाइन डे मना रहे है। आज का दिन सभी प्रेमी-प्रेमीका एक साथ इसको बड़े चाव से मानते है। आजकल की नई पीढ़ी इस महीने में को वैलेंटाइन वीक के तौर पर मनाती है। वैलेंटाइन विक 7 फरवरी से लेकर 14 फरवरी तक मनाया जाता है। हर दिन का अलग-अलग महत्व होता है। लोग अपने प्यार को तोहफा देते है। साथ रहने के वादे करते है, एक दूसरे को खुश रखते है और हमेशा सात खुश रहे ऐसा वादा करते है। लेकिन क्या आप जानते है वैलेंटाइन विक क्यों मनाया जाता है और किसने इस प्रथा कि शुरुआत की। अगर आप भी नहीं जानते तो कोई बात नहीं आज जान लिजिए। आज मैं बताऊगी वैलेमटाइन विक मनाने के पिछे की पूरी कहानी।
कौन थे संत वैलेंटाइन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, वैलेंटाइन विक या डे भारत का चलन नहीं है। यह पहले विदेशों में मनाया जाता था। धीरे-धीरे इसे अब भारत के लोग भी अपनाने लगे है। खैर, वैलेंटाइन कि कहानी यहां से शुरु होती है, रोम में एक पादरी थे जिनका नाम ‘संत वैलेंटाइन’ था। वे दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने में यक़ीन रखते थे। वो प्रेम को ही अपना जीवन मानते थे और लोगों को भी प्रेम करने के लिए प्रेरित करते थे। लेकिन रोम के राजा क्लॉडियस को पादरी का ये अंदाज बिल्कुल से ना-पसंद था। रोमन शासक का मानना था कि प्रेम और विवाह से पुरूषों की बुद्धि और उनकी शक्ति पर प्रभाव पड़ता है। इस कारण से राजा के राज्य में रहने वाले सैनिक और अधिकारी विवाह नहीं कर सकते थे।
लोगों ने फिर भी की लव मैरिज
राजा के लाख विरोध के बाद भी संत वैलेंटाइन ने लोगों को प्यार करने और लव मैरिज करने के लिए प्ररित किया। देखते ही देखते संत वैलेंटाइन रोम के लव गुरु होने लगे, लोगों को उनकी बात और उनका कहा हुआ खूब जचा और नतीजा ये निकला कि राज्य में रहने वाले सैनिक और अधिकारियों ने प्यार करके और लव मैरिज करके अपने जीवन के आगे बढ़ाया।
राजा क्लॉडियस की खुद्दारी को चोट लगी और राजा को इतना गुस्सा आया कि उसने पादरी संत वैलेंटाइन को फांसी देने का ऐलान कर दिया. लिहाजा संत वैलेंटाइन को सन 269 ईसा में 14 फरवरी के दिन ही फांसी पर चढ़ा दिया गया। ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ किताब के मुताबिक उस दिन के बाद हर साल फांसी वाले दिन यानी 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाने लगा।
मौत के बाद प्रेमिका को दे दी आंखें
मौत के दौरान संत वैलेंटाइन ने अपनी आंखों को जेलर की बेटी जैकोबस को अपनी आंखें दान कर दी थी और एक लेटर में लिखा था, ‘तुम्हारा वैलेंटाइन’।