Mumbai Rains: देश के कई हिस्सों में इन दिनों भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। खासकर, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा रखी है। बारिश के कारण अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है, और शहर की रफ्तार थम सी गई है। सड़कों पर जलभराव, यातायात जाम और रेल सेवाओं में देरी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद हैं, जिससे सामान्य जीवन पटरी से उतर गया है।सोमवार को मुंबई में हुई भारी बारिश ने हालात को और बिगाड़ दिया। पिछले 8 घंटों में 177 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिसके चलते सड़कें तालाब बन गईं और लोग घरों में कैद हो गए। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के दावों के बावजूद, जलभराव की समस्या ने एक बार फिर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं।
यातायात और हवाई सेवाओं पर असर
भारी बारिश ने यातायात और हवाई सेवाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। कम दृश्यता के कारण कई उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि लोकल ट्रेनें 15-20 मिनट की देरी से चल रही हैं। इंडिगो ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा कि बारिश के कारण हवाई अड्डे तक जाने वाली सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति है, जिससे उड़ानों में देरी हो रही है। यात्रियों को पहले निकलने और उड़ान की स्थिति की जांच करने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई और आसपास के इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें 21 अगस्त तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, पुणे, सतारा और कोल्हापुर जैसे जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है। मछुआरों को समुद्र में न जाने और नागरिकों को जरूरी काम के बिना घर से न निकलने की सलाह दी गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रशासन को सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
अन्य प्रभावबारिश के कारण कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर है। अंधेरी और लोखंडवाला जैसे इलाकों में सड़कों पर पानी जमा होने से यातायात ठप हो गया है। बीएमसी ने आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर 1916 जारी किया है, जबकि पुलिस और रेस्क्यू टीमें हाई अलर्ट पर हैं।
मुंबईवासियों के लिए यह बारिश न केवल रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रही है, बल्कि 2005 की भीषण बाढ़ की यादें भी ताजा कर रही है। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वह स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाएगा।