NPCIL : भारत 13,800 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 18 नए परमाणु ऊर्जा संयंत्र 2032 तक स्थापित करेगा। पीएम मोदी द्वारा पिछले हफ्ते गुजरात के काकरापार में 2 घरेलू निर्मित 700 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों को समर्पित करने के बाद न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) ने इसकी घोषणा की थी। वर्तमान में एनपीसीआईएल 8,180 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 24 रिएक्टर संचालित करता है।
केएपीएस-4 को पश्चिमी पावर ग्रिड से जोड़ा गया
पीएम मोदी ने 22 फरवरी को काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन की यूनिट 3 और 4 को राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम मोदी की काकरापार यात्रा से 2 दिन पहले 20 फरवरी को केएपीएस-4 को पश्चिमी पावर ग्रिड से जोड़ा गया था। एनपीसीआईएल ने कहा कि केएपीएस 3 और 4 उन्नत सुरक्षा सुविधाओं वाले सबसे बड़े स्वदेशी पीएचडब्ल्यूआर हैं।
NPCIL ने क्या बताया?
NPCIL ने कहा कि इन रिएक्टरों को एनपीसीआईएल द्वारा डिजाइन, निर्मित, चालू और संचालित किया गया है, जिसमें उपकरणों की आपूर्ति और भारतीय उद्योगों द्वारा अनुबंधों का पालन किया गया है, जो आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि 21वीं सदी में बिजली उत्पादन में परमाणु ऊर्जा की भूमिका बढ़ने वाली है और यह गर्व की बात है कि भारत इस उन्नत तकनीक में आत्मनिर्भर है। इस अवसर पर मोदी ने काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन का भी दौरा किया और नियंत्रण कक्ष का दौरा किया। गौरतलब है कि रूसी सहायता से तमिलनाडु के कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट के 4 परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें – Maharashtra : मुझे मारना चाहते हैं देवेंद्र फडणवीस : मनोज जरांगे