Pakistan Flood: पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack ) के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता (Indus Waters Treaty) खत्म कर दिया था। जो अभी भी जारी है भारत ने साफ कह दिया है कि जब तक पाकिस्तान अपने आतंकवादी नीति को खत्म नहीं कर देता तब तक हम कड़ा रुख अपनाते रहेंगे। भारत के इस सख्त रुख के चलते आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान (Pakistan) का गला सूखने लगा है। लेकिन जो पाकिस्तान कल तक पानी के लिए रो रहा था और घड़ियाली आंसू बहा रहा था लेकिन उसी पाकिस्तान में अब कुदरत काल बनकर आया है। 26 जून से शुरू हुए मानसून ने अब तक 271 लोगों की जान ले ली है, जिसमें पंजाब प्रांत सबसे अधिक प्रभावित रहा है। तो वही राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार, बाढ़ और बारिश से संबंधित घटनाओं में 655 लोग घायल हुए हैं, जबकि 826 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। पाकिस्तान के पंजाब में सबसे ज्यादा 135 मौतें हुईं है, जिनमें 48 पुरुष, 24 महिलाएं और 63 बच्चे शामिल हैं। सिंध में 24, बलूचिस्तान में 16 और खैबर पख्तूनख्वा में 56 लोगों की मौत हुई है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने बताया है कि पिछले 24 घंटों में बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं के कारण छह मौतों और 22 के घायल होने की सूचना के बाद, इस साल मानसून के मौसम में पाकिस्तान में राष्ट्रव्यापी मौत की संख्या बढ़कर 271 हो गई है।
PMD ने जारी की चेतावनी
पाकिस्तान मौसम विभाग ने आने वाले कई दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि ‘इस दौरान बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं पर हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि, हवा में नमी बनी रहेगी, जिससे तापमान में कमी देखने को मिलेगी। मंगलवार को सुबह और रात में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने बदीन, सिंध, थरपारकर, उमरकोट, संघर ,इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर और गुजरांवाला और मीरपुरखास जैसे शहरों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है, जबकि उत्तरी क्षेत्रों में भूस्खलन और ग्लेशियल बाढ़ की चेतावनी जारी है।’ मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कराची सहित कई क्षेत्रों में तेज हवाओं और बारिश की भविष्यवाणी की है।
पहले भी पाकिस्तान में मच चुकी है ऐसी तबाही
पिछले दिनों पाकिस्तान में बाढ़ के कई वीडियो सामने आए थे, जिनमें पानी की तबाही को देखा गया। लोगों के घरों में पानी भर गया था। इसके चलते रास्ते बंद हो गए थे, जिससे लोग अपने घरों में ही बंद होकर रहने को मजबूर थे। पाकिस्तान में 2022 में भी ऐसी ही भयकर बाढ़ आई थी, जिसमें करीब 1700 लोगों की मौत हुई थी।