नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश: हाल ही में हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा का दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। कुछ समय से उनके अस्वस्थ होने की खबर थी।
लेकिन फिर उनके स्वास्थ्य में सुधार बताया जा रहा था, लेकिन अब अचानक से उनके निधन की खबर आई है। बता दें कि उनके निधन का कारण आत्महत्या को बताया जा रहा है। लेकिन फ़िलहाल इस जानकारी की कोई भी पुष्ट नहीं हुई है। रामस्वरूप शर्मा ने दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली।
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डिप्रेशन से जूझ रहे थे सांसद
बताया जा रहा है की रामस्वरूप शर्मा अपनी बीमारी की वजह से कुछ दिनों से डिप्रेशन से जूझ रहे थे। मंडी के शिवरात्रि महोत्सव के शुभारंभ पर 12 मार्च को जब लोगों ने उनकी हालत देखा तो हर कोई आश्चर्य हो गया था। उसी दिन शाम को सांस्कृतिक संध्या में भी उनके स्वास्थ्य को लेकर नेताओं में चर्चा बनी हुई थी। बता दें कि रामस्वरूप शर्मा खुद को मोदी का सुदामा बताते थे, उन्होंने मंडी का नाम छोटी काशी के रूप में भी उभारा। रामस्वरूप शर्मा ने 1985 तक एनएचपीसी में नौकरी की थी व कबड्डी के खिलाड़ी भी रहे थे। चंबा में इसी दौरान आरएसएस से जुड़े और साथ वे प्रचारक बन गए। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा का टिकट मिला।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जताया शोक
जानकारी के लिए बता दें कि रामस्वरूप शर्मा इस बार मंडी संसदीय क्षेत्र से दूसरी बार सांसद बने थे। उन्होंने 2014 में नरेंद्र मोदी की लहर के बीच उन्होंने कांग्रेस कद्दावर नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को हराया था। सामान्य परिवार से संबंध रखने वाले रामस्वरूप शर्मा मूलत मंडी जिला के जोगेंद्रनगर के रहने वाले थे। वे संगठन के कार्यों में भी काफी सक्रिय रहते थे। आगे जिला मंडी के भाजपा अध्यक्ष रणवीर सिंह ने बताया कि, “सांसद के निधन की सूचना मिली है। पार्टी पदाधिकारी व कुछ उनके करीबी लोग दिल्ली के लिए रवाना हुए है।” हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन पर शोक जताया है। रामस्वरूप शर्मा और जयराम ठाकुर के बीच अच्छे संबंध थे।