Tahawwur Rana Extradition : भारत की मायानगरी मुंबई में साल 2008 (26/11) में हुए हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। जल्द ही अब मुंबई में हुए आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाया जाएगा। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी है। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद 21 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने दोषी तहव्वुर राणा की अपील को खारिज कर दिया था। तहव्वुर राणा के वकील ने निचली अदालत के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।
मुंबई का दोषी जल्द आएगा भारत
तहव्वुर राणा की अपील को निचली अदालतों और संघीय अदालतों में कई बार खारिज कर दिया था। जिसके बाद तहव्वुर राणा ने आखिरी बार सैन फ्रांसिस्को में उत्तरी सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। गौरतलब है कि राणा पर डेविड हेडली की मदद करने का गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि उसने हमले के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली को मुंबई में ठिकानों की रेकी में काफी मदद की थी। भारत ने अमेरिका की कोर्ट में 26/11 हमले में तहव्वुर राणा की भूमिका को लेकर मजबूर सबूत पेश किए थे।
2008 में हुआ था आतंकी हमला
बता दें कि तहव्वुर राणा को साल 2009 में शिकागो से गिरफ्तार किया गया था। उस पर ISI और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने जैसे कई गंभीर आरोप है। इसके अलावा उसे ISI और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेटिव भी बताया जा रहा है। मुंबई हमला 26 नवंबर 2008 को हुआ था। इस हमले में देश के हर एक व्यक्ति को अंदर से हिलाकर रख दिया था। इस हमले में 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मुंबई के कई महत्वपूर्ण जगहों पर हमला कर दिया था। सबसे खतरनाक हमला मुंबई के मशहूर होटल ताज पर हुआ था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे।