Uttar-Pradesh Firozabad News: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर पोस्टर वॉर छिड़ गया है। फिरोजाबाद में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की एक तस्वीर पर बवाल मचा हुआ है। यहां अखिलेश यादव और विधायक मुकेश वर्मा पर संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान का आरोप लगा है। इसे लेकर दलित समाज में नाराजगी देखने को मिल रही है।
अखिलेश यादव की तस्वीर को लेकर मचा बवाल
यूपी में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले के सूत्रधार अखिलेश यादव अक्सर इस मुद्दे पर दूसरी पार्टियों पर निशाना साधते थे। लेकिन इस बार वह खुद ही शिकार बन गए हैं। मामला सपा विधायक द्वारा बनाए गए स्वागत द्वार को लेकर है। इस द्वार पर लगे होर्डिंग ने सभी का ध्यान खींच लिया। जिसके बाद तो सियासत गर्मा गई और निशाने पर अखिलेश यादव और उनके विधायक आ गए। दरअसल होर्डिंग में बाबा साहब की तस्वीर से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर को प्राथमिकता दी गई है। जिसकी वजह से अंबेडकर अनुयायियों और दलित समाज में नाराजगी देखने को मिल रही है।
सपा पर लगा बाबा साहब के अपमान का आरोप
दरअसल फिरोजाबाद की शिकोहाबाद विधानसभा सीट से सपा विधायक मुकेश वर्मा ने विधायक निधि से स्वागत द्वार बनवाया है। इसमें विधायक ने अखिलेश यादव की तस्वीर को प्राथमिकता देते हुए पहले लगवाया है और बाद में बाबा साहब की तस्वीर लगवाई। अब इस होर्डिंग को लेकर यूपी में मामला गर्माता जा रहा है। अनुयायियों ने विरोध दर्ज कराते हुए इसे डॉ. अंबेडकर का अपमान बताया है। डॉ. अंबेडकर मेला महोत्सव समिति उत्तम नगर सैलई के संस्थापक वेद प्रकाश वेदी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सपा विधायक डॉ. मुकेश वर्मा के द्वारा सैलई शांति रोड स्थित आंबेडकर पार्क के समीप ये स्वागत द्वार बनवाया गया है।
सपा विधायक ने मानी अपनी गलती
इस मामले पर वेद प्रकाश वेदी ने कहा कि अखिलेश यादव दलित समाज का वोट लेने के लिए बाबा साहब का सम्मान करते हैं। इस मामले पर सपा विधायक की भी सफाई सामने आई है। उन्होंने कहा कि स्वागत द्वार में भूल बस गलती हुई है। इसे जल्द से जल्द ठीक करा लिया जाएगा।