चीन जिसने कुछ समय पहले मेगा डैम बनाकर बिजली पैदा करके दिखाया था आज उसी चीन को अपने देश के 300 डैम तोड़ने पड़े और 342 जल विद्युत संयंत्रों को बंद करने पर मजबूर हो गया। चीन को ये भारी फैसले इसलिए उठाने पड़ रहे हैं क्योंकि पारिस्थितिकी की हालत बहुत गंभीर हो चुकी है । दक्षिण पश्चिम सीमा से बहने वाली रेड रिवर जिसे चीन में चिशुई हे भी कहा जाता है उसकी इकोलॉजी को वापिस ठीक करने के लिए चीन इन डैमों को तोड़ रहा है। ऊपरी यांग्तजी नदी (Yangtze River)एशिया की सबसे लंबी और दुनिया की तीसरी सबसे लंबी नदी है और इसकी मुख्य सहायक रेड रिवर है।
स्टर्जन और पैडलफिश के नदी में वापिस मिलने की उम्मीद
डैमों की वजह से एक समय पर यांग्तजी नदी में पाने जाने वाली स्टर्जन और चीनी पैडलफ़िश जैसी प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं। 2022 में अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आई.यू.सी.एन) ने स्टर्जन को विलुप्त घोषित कर दिया था। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक 2000 के बाद एक भी युवा स्टर्जन यांग्तजी नदी में दिखाई नहीं दी है। लेकिन अब कुछ बदलाव हो रहा है। प्रवाह पुनर्स्थापना और डैमों के हटाने जाने के बाद इन मछलियों के वापिस नदी में आने के संकेत दिखाई दे रहे हैं। इसे चीनी वैज्ञानिकों ने “प्राकृतिक पुनर्नवीकरण “कहा है।