लखनऊ | लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है और इसे “नवाबों” का शहर कहा जाता है और अब वही लखनऊ भारत की पहली AI City बनने जा रहा है। केंद्र सरकार ने ‘इंडिया AI मिशन’(India AI Mission) के तहत मार्च 2024 में ₹10,732 करोड़ की भारी-भरकम फंडिंग मंजूर की थी। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल लखनऊ को हाई-टेक बनाना है, बल्कि इसे देश का अगला IT और AI हब तैयार करना भी है।
AI City में क्या होगा खास ?
1. 10,000 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU): जटिल AI गणनाओं को तेज़ी से प्रोसेस करने के लिए शहर में 10,000 GPUs स्थापित किए जाएंगे।
2. मल्टी-लैंग्वेज AI मॉडल: ये मॉडल AI को हिंदी समेत कई भारतीय भाषाओं में काम करने की क्षमता देंगे।3. अत्याधुनिक AI इनोवेशन सेंटर: यहां नए स्टार्टअप्स और रिसर्च प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
AI का उपयोग: ट्रैफिक से लेकर स्वास्थ्य तक
ट्रैफिक मैनेजमेंट: लखनऊ में AI-आधारित स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम लगाया जाएगा, जो सिग्नल टाइमिंग को रीयल-टाइम डेटा के हिसाब से नियंत्रित करेगा।
हेल्थकेयर: फतेहपुर जिले में पहले ही AI-आधारित ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर चालू हो चुका है। लखनऊ में भी ऐसी स्वास्थ्य सुविधाएं लाई जाएंगी।
शिक्षा और प्रशिक्षण: ‘AI प्रज्ञा योजना’ के तहत 10 लाख युवाओं और शिक्षकों को AI, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सुरक्षा में ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इसमें Microsoft, Intel और Google जैसी कंपनियों का सहयोग है।
विजन 2047 के तहत बड़ा प्लान
उत्तर प्रदेश सरकार की योजना है कि ‘विजन 2047’ तक लखनऊ को एक AI-समर्थित स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित किया जाए। इसमें स्वचालित पब्लिक ट्रांसपोर्ट, AI-आधारित वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, और डिजिटल सिक्योरिटी नेटवर्क भी शामिल होंगे।
अनोखे और एक्स्ट्रा पॉइंट्स जो इस प्रोजेक्ट को खास बनाते हैं
देश का सबसे बड़ा AI डेटा सेंटर यहीं बनाया जाएगा, जो सरकारी और प्राइवेट कंपनियों के लिए ओपन क्लाउड सर्विस प्रदान करेगा। AI स्टार्टअप हब’ तैयार किया जाएगा जहां 500 से ज्यादा नए AI स्टार्टअप्स को शुरुआती 5 वर्षों में फंडिंग और संसाधन मिलेंगे। शहर की 24×7 स्मार्ट निगरानी प्रणाली (AI Surveillance) लगाई जाएगी, जिसमें AI ड्रोन और स्मार्ट कैमरे शामिल होंगे।
क्यों है यह प्रोजेक्ट गेम-चेंजर?
यह प्रोजेक्ट अब तक के किसी भी टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश से 67% बड़ा है। AI और IT सेक्टर में 5 लाख नई नौकरियां पैदा होने की संभावना है। लखनऊ को एशिया के Top 5 AI Innovation Cities की रेस में शामिल करने की कोशिश है।