Mahakumbh Stampede News : उत्तर-प्रदेश (Uttar-Pradesh) की संगम नगरी प्रयागराज में कल, 29 जनवरी मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में लगभग 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हैं। मौनी अमावस्या के कारण संगम में स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु अमृत स्नान के लिए पहुंचे थे। इस दौरान भगदड़ मच गई। पुलिस ने घायल श्रद्धालुओं को तुरंत एम्बुलेंसों के जरिए अस्पताल पहुंचाया।
जनहित याचिका में की गई कई मांगे
सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने जनहित याचिका दाखिल की है। विशाल तिवारी की तरफ से दाखिल की गई याचिका में कुंभ में सभी राज्यों के सुविधा सेंटर खोलने की मांग की गई है। इसके साथ ही इस तरह के आयोजनों में वीआईपी मूवमेंट सीमित होने चाहिए। लोगों को सही जानकारी देने के लिए देश की प्रमुख भाषाओं में डिस्पले बोर्ड भी लगाए जाने चाहिए।
संगम नोज पर मची भगदड़
जानकारी के मुताबिक महाकुंभ में संगम नोज पर स्नान को लेकर भगदड़ जैसे हालात बने थे। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की हुई थी। लोग उसे तोड़कर और कूदकर भागने लगे। जिसके बाद हालात बिगड़ते ही चले गए।भगदड़ मचने के बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभाला और हालात काबू में किए। भगदड़ देर रात हुई थी, जब श्रद्धालु मौनी अवास्या के अमृत स्नान को लेकर संगम में डुबकी लगाने जा रहे थे।