Mumbai School murder : महाराष्ट्र के अहिल्यानगर (पूर्व में अहमदनगर) शहर के बागडपट्टी क्षेत्र में स्थित सीताराम सारड़ा स्कूल में 25 जून 2025 को एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। एक 13 वर्षीय आठवीं कक्षा के छात्र ने क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद और पुरानी रंजिश के चलते 15 वर्षीय दसवीं कक्षा के छात्र की चाकू से हत्या कर दी। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि स्कूलों में बच्चों के बीच बढ़ती हिंसा और आपसी रंजिश के खतरनाक परिणामों पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
घटना दोपहर के समय लंच ब्रेक के दौरान हुई, जब दोनों छात्रों के बीच क्रिकेट खेलने को लेकर बहस शुरू हुई। समाचार सूत्रों के अनुसार, दोनों छात्र एक ही क्षेत्र में रहते थे और उनके बीच पहले से ही क्रिकेट को लेकर पुराना विवाद चल रहा था।
आठवीं कक्षा के छात्र ने दसवीं के छात्र पर किया हमला
मृतक छात्र के पिता ने बताया कि उनका बेटा अपनी सास के घर के सामने क्रिकेट खेलने जाया करता था, जहां दोनों के बीच अक्सर तनाव रहता था। इस बार बहस इतनी बढ़ गई कि आठवीं कक्षा के छात्र ने गुस्से में आकर अपने साथ लाए चाकू से दसवीं के छात्र पर हमला कर दिया। घायल छात्र को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
घटना का सीसीटीवी फुटेज आया सामने
पुलिस ने नाबालिग आरोपी को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जो जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि दोनों छात्रों के बीच लंबे समय से तनाव था, जो इस दुखद घटना का कारण बना। स्थानीय पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
घटना से स्कूल प्रशासन पर खड़े किए सवाल
इस घटना ने स्कूल प्रशासन, अभिभावकों और समाज के सामने कई सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों में बढ़ती आक्रामकता और हथियारों तक आसान पहुंच इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रही है। सीताराम सारड़ा स्कूल में हुई इस घटना ने अहिल्यानगर में खलबली मचा दी है। अभिभावकों में अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। स्थानीय समुदाय और स्कूल प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इस घटना ने एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर किया है कि बच्चों के बीच छोटे-छोटे विवादों को समय रहते सुलझाना कितना जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।