Tajikistan Earthquake: भारत के पड़ोसी देश इंडोनेशिया और नेपाल में बीती रात 1:30 बजे करीबन भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है, इसके अलावा ताजिकिस्तान में भी भूकंप के तेज झटके से धरती कांप उठी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, यह 10 किलोमीटर की गहराई पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है। भूकंप के दहशत से लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार कहीं से भी भूकंप की वजह जान-माल के नुकसान की खबर नही है।
नेपाल एक अभिसारी सीमा पर स्थित होने के कारण अत्यधिक भूकंप-प्रवण है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं। इस टकराव से अत्यधिक दबाव और तनाव उत्पन्न होता है, जो भूकंप के रूप में निकलता है। नेपाल एक सबडक्शन ज़ोन में भी स्थित है जहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है, जिससे तनाव और दबाव और बढ़ रहा है।
ताजिकिस्तान में महसूस हुए भूकंप के झटके
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, इंडोनेशिया-नेपाल के बाद शुकवार को अब ताजिकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। ताजिकिस्तान में आए भूकंप की तीव्रत रिक्टर स्केल पर 3.9 मापी गई है। NCS ने बताया कि ताजिकिस्तान में 3.9 तीव्रता का भूकंप आया है। भूकंप का केंद्र गहराई 10 किमी था।
इंडोनेशिया में भी भूकंप के झटके
भारत के पड़ोसी देश नेपाल के अलावा इंडोनेशिया में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 23 मई को रात को इंडोनेशिया के दक्षिणी सुमात्रा इलाके में जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इंडोनेशिया में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.9 मापी गई है। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार ये भूकंप भी जमीन के 10 किलोमीटर अंदर था। यहां भी किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
भूकंप के प्रति नेपाल की संवेदनशील
नेपाल में भूकंपीय घटनाओं का दुखद इतिहास रहा है, जिसमें सबसे उल्लेखनीय अप्रैल 2015 में आया 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप है, जिसमें लगभग 9,000 लोगों की जान चली गई थी।